कम्पनी को १९१० में उस समय झटका लगा जब कई महीनों तक गंभीर आग धीरे धीरे सुलगती रही। कम्पनी ने उत्पादित माल और इसके कच्चे माल के भण्ड़ार को भारी क्षति पहुंची, किन्तु सौभाग्यवश उत्पादन संयंत्र कुछ हैंडलूम्स को छोड़कर बड़े पैमाने पर लगी आग से बचे रहे। हानि, यद्यपि गंभीर थी परन्तु मिल की गतिविधियों पर इसका बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा , जिससे कंपनी जल्दी ही दुबारा बाजार में प्रवेश करने की स्थिति में आ गयी। १९१० और १९११ के दौरान बड़े पैमाने पर भवनों के पुनर्निर्माण की योजना हाथ में ली गयी। जिसे १९१२ में पूरा किया गया और भवनों में बड़े पैमाने पर उत्पादन संयंत्र लगाए गए। वर्ष १९९४ - १८ में तत्कालीन युद्ध के दौरान मिल की सम्पूर्ण उत्पादन क्षमता सरकार के निबटान पर छोड़ दी गयी और इसका उपयोग भारत सरकार द्वारा निर्गत आदेशों के अधीन किया गया। १९२० में दि ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन की स्थापना हुयी और लिमिटेड कंपनी के रुप में पंजीकरण किया गया जिसका प्रबंधन निदेशक मंडल द्वारा किया गया।
कंपनी के सौभाग्य के साथ - साथ इसकी इकाई "कानपूर वूलेन मिल्स " ब्रिटिश काल में लगातार नयी ऊंचाइयां प्राप्त करती रही। द्वित्तीय विश्व युद्ध के दौरान मिल अपनी पूरी क्षमता से चली और इस प्रकार ब्रिटिश सैन्य बलों की ऊनी कपड़ों की भारी मांग को पूरा किया और संभवतः यह वो समय था जब लालइमली ने उत्पादन और क्षमता के उपयोग को सर्वोच्च प्रदर्शन किया
१९७० के दौरान कंपनी की ख़राब दशा जारी रही और धीरे धीरे मिल रुग्णता की ओर बढ़ती गयी । १९८० के आस पास मिल लगभग बंदी की कराब पर थी ।ऐतिहासिक ऊनी उद्योग के ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण अंत को बचने के लिए भारत सरकार ने ११ जून १९८१ को बी० आई० सी ० को अपने हाथ में संसद के विशेष अधिनियम "दी ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन लिमिटेड (अंशो का अधिग्रहण ) अधिनियम १९८१ " द्वारा ले लिया ।
इस प्रकार कंपनी के निजी अंशो का भारत सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया ।भारत सरकार ने बी० आई ० सी ० को चलने के उचित कदम उठाते हुए इसका आंशिक आधुनिकीकरण किया किन्तु यह अप्रभावी सिद्ध हुआ । कंपनल लगातार हानि उठती रही विशेषकर राष्ट्रीयकरण में पुरानी देयता के मददे का उल्लेख न होने कारण वो बराबर बनी रही । राष्ट्रीयकरण से पूर्व निजी प्रबंधको द्वारा ऋण प्राप्त करने से चक्रवृद्धि ब्याज जारी रहा परिणाम स्वरूप दायित्व बढ़ना बना रहा । इस प्रकार के दायित्व की बढ़ती दर निश्चित रूप से कंपनी की गतिविधियों से बहुत अधिक है ।
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